आज मेरे ब्लॉग की चर्चा दैनिक अमरउजाला के सम्पादकीय पन्ने पर इसके सभी संस्करणों में हुई और मुझे पता ही नहीं था .मैं धन्यवाद दूंगा शेफाली जी और जाकिर अली रजनीश भाई को जिन्होंने मुझे मेल पर बधाई सन्देश देकर बताया .हाँ अफ़सोस यह रहा कि मीडिया की मुख्यधारा का ब्यक्ति होकर भी मुझे ही इस बात का पता नहीं चल सका कि आज कहीं किसी समाचार के राष्ट्रीय पन्ने पर मैं भीं हूँ .दिन भर विश्वविद्यालय के दायित्वों के निर्वहन के पश्चात थका-थका सा जब घर लौटा हूँ ,तो शेफाली जी और जाकिर भाई के मेल ने मुझे तरोताजा कर दिया .तुरंत कैमरे से न्यूज़ की तस्वीर उतारी और आप सबके अवलोकनार्थ पोस्ट कर रहा हूँ .क्यों हैं न खुशी की बात ?
सोमवार, 30 मार्च 2009
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बहुत खुशी की बात है ... बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई! और शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंबधाई ! इसे स्कैन करके लगाना था पढने में नहीं आ रहा है !
जवाब देंहटाएंkaun kahta hai aasman me ched nahi hota,ek pather to tabiyat se uchalon yaaron.
जवाब देंहटाएंbahut-bahut badhaiyan,aap ne uprokt pankti ko sidhe kiya hai
घणी बधाई जी आपको. मन अति प्रशन्न हुआ.
जवाब देंहटाएंरामराम.
डा॓. साहब हमारी ओर से बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंहमारी तरफ़ से भी बधाई.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
waah !yah to bahut hi khushi ki baat hai!
जवाब देंहटाएंbahut bahut badhayee!
bhavishy ke liye shubhkamnayen
अरे वाह! बधाई।
जवाब देंहटाएंवाह! बधाई!
जवाब देंहटाएंडा॓. साहब बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंहमारी भी बधाई स्वीकार करें.
जवाब देंहटाएंजी हॉं, ये खुशी की ही बात है। बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएं-----------
तस्लीम
साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन
बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई|
जवाब देंहटाएंBahut badhai...
जवाब देंहटाएंkyo sir blog ka maja aab aa raha hai na
जवाब देंहटाएंNice, ab aap 'rashtriye' ho gaye.
जवाब देंहटाएंअरे वाह इसी बहाने मेरा नाम भी आ गया ....
जवाब देंहटाएंबधाई
जवाब देंहटाएंफ़िर से बधाई!
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