शनिवार, 16 जनवरी 2010
डी.एन . ए. के पन्नो पर खिचड़ी : लाई-चूड़ा -कंद-तिलवा और नौपेडवा का पेड़ा.
लखनऊ से प्रकाशित सम्मानित हिन्दी दैनिक डेली न्यूज एक्टिविस्ट के पन्नो पर "ब्लॉग गुरु "कालम में मेरी जल्द की प्रकाशित पोस्ट खिचड़ी : लाई-चूड़ा -कंद-तिलवा और नौपेडवा का पेड़ा..पर आज चर्चा हुई है .मेरे साथ ही सीमा सचदेव जी के ब्लॉग "नन्हा मन " ,डॉ टी एस दराल साहब के ब्लॉग "अंतर्मंथन" और श्री जी केअवधिया जी का उल्लेख भी डी. एन. ए .के पन्नो पर है .
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बहुत बधाई...अच्छा आलेख चर्चा में आ ही जाता है...
जवाब देंहटाएंआप लिखते ही इतना बढिया है .. बहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंबधाई! आलेख भी सुंदर था।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई..
जवाब देंहटाएंHamare deshwaase mahangayi me bhi kisi tarah tyohar mana hi lete hain. yahi zinda dili hai!
जवाब देंहटाएंबधाई जी आप सब को
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंCongratulations to you - It is well deserved .
जवाब देंहटाएंबधाई ,वाकई वह एक उम्दा लेख था .
जवाब देंहटाएंबधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई!लेख सामयिक और अच्छा था!
जवाब देंहटाएंबधाई
जवाब देंहटाएंखुशबू तो फ़ैल ही जाती है. आलेख वाकई काबिले तारीफ़ था.
जवाब देंहटाएंरामराम.
waha gurudev waha aap to cha gaye hai
जवाब देंहटाएंLakh - Lakh Badhaiyan Sir Ji.........
जवाब देंहटाएंअच्छा है...अख़बारों को समझ आने लगा है कि उनके बूते से बाहर भी है एक दुनिया...आज़ाद, एक दम आज़ाद
जवाब देंहटाएंब्लोगिंग सार्थक रहे , यही ज़रूरी है। आपको , सीमा जी और अवधिया जी को बधाई ।
जवाब देंहटाएंसब को ब अहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंbahut bahut mubarakbaad.. lekhan achha laga...
जवाब देंहटाएंअब समझ में आ रहा होगा कि ब्लॉगरी से कुछ दिनों के लिए 'पलायन' कर आप ने कोई अच्छा काम नहीं किया :)
जवाब देंहटाएंबधाई।
bahut bahut badhayi aapko
जवाब देंहटाएंbahut achcha lekh hai
बहुत बहुत बधाई .....!!
जवाब देंहटाएं... बहुत बहुत बधाई,शुभकामनाएं !!!!!
जवाब देंहटाएंइस बेहतरीन उपलब्धि के लिये बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंमैंने आपसे कहा था कि मन ललचा गया, फिर अखबार वालों का क्यों न ललचाता? वो भी तो लखनउवा ठहरे।
जवाब देंहटाएंबधाई।
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भातीय सेना में भी है दम, देखिए कितना सही कहते हैं हम।
बधाई !!
जवाब देंहटाएंbadhai ho guruji, Digvijay sir ne theek hi kaha Chha gaye aap to.
जवाब देंहटाएंsir ye shuruaat hai
जवाब देंहटाएंbloging have power now a days
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वाह! बधाई!
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